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Wednesday, 29 March 2017

125. कुलटा- राजेंद्र यादव

कहानी-संग्रह

  • देवताओं की मूर्तियाँ1951,
  • खेल-खिलौनेः 1953
  • जहाँ लक्ष्मी कैद हैः 1957
  • अभिमन्यु की आत्महत्याः 1959
  • छोटे-छोटे ताजमहलः 1961
  • किनारे से किनारे तकः 1962
  • टूटनाः 1966,
  • चौखटे तोड़ते त्रिकोणः 1987,
  • ये जो आतिश गालिब (प्रेम कहानियाँ): 2008
  • यहाँ तकः पड़ाव-1, पड़ाव-2(1989)
  • वहाँ तक पहुँचने की दौड़, हासिल

उपन्यास

  • सारा आकाशः 1959 ('प्रेत बोलते हैं' के नाम से 1951 में)
  • उखड़े हुए लोगः 1956
  • कुलटाः 1958
  • शह और मातः 1959
  • अनदेखे अनजान पुलः 1963
  • एक इंच मुस्कान (मन्नू भंडारी के साथ) 1963,
  • मन्त्रविद्धा: 1967
  • एक था शैलेन्द्र: 2007

कविता-संग्रह

  • आवाज तेरी हैः 1960

नाटक

  • चैखव के तीन नाटक (सीगल, तीन बहनें, चेरी का बगीचा)।

अनुवाद

उपन्यास : टक्कर (चैखव), हमारे युग का एक नायक (लर्मन्तोव) प्रथम-प्रेम (तुर्गनेव), वसन्त-प्लावन (तुर्गनेव), एक मछुआ : एक मोती (स्टाइनबैक), अजनबी (कामू)- ये सारे उपन्यास 'कथा शिखर' के नाम से दो खण्डों में- 1994, नरक ले जाने वाली लिफ्ट: 2002, स्वस्थ आदमी के बीमार विचार: 2012।

समीक्षा-निबन्ध

कहानीः स्वरूप और संवेदनाः 1968, प्रेमचन्द की विरासतः 1978, अठारह उपन्यासः 1981 औरों के बहानेः 1981, काँटे की बात (बारह खण्ड)1994, कहानी अनुभव और अभिव्यक्तिः 1996, उपन्यासः स्वरूप और संवेदनाः 1998, आदमी की निगाह में औरतः 2001, वे देवता नहीं हैं: 2001, मुड़-मुड़के देखता हूँ: 2002, अब वे वहाँ नहीं रहते: 2007, मेरे साक्षात्कारः 1994, काश, मैं राष्ट्रद्रोही होता : 2008, जवाब दो विक्रमादित्य (साक्षात्कार): 2007।


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