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Thursday, 25 August 2016

17. आजादी के परवाने (Freedom Lovers)

आजादी के परवाने (Freedom Lovers)

ये उन बलिदानिओ का जीवन चरित्र का संग्रह है जो देस के लिए हस्ते हस्ते बलिदान हो गए.....यह कहानी रूपान्तरण है 

मातृभूमि के लिए अब मिट जाना ही हमारा वास्तविक कर्तव्य है, आगे प्रभु की इच्छा।----कुछ ऐसे ही सोच रखने बाले वैरो का ये गाथा है ......जिसके बलिदान के बदौलत आज हम आजाद भारत मे सांस ले रहे है ..........


आज़ादी के परवाने, किसी से नहीं डरा करते

हो अगर बलिदान का वक्त, तो पीछे नहीं हटा करते
रहता है बस एक ही धुन, मुल्क कि आज़ादी
तोड़ देते है इसके लिए, ये सारे पाबन्दी

जनता पुकारती है इन्हें, कहकर शूरवीर
मिटा देते है दुश्मनों को, जैसे हो कोई लकीर
अपना सर्वस्व कर देते है, वतन पर अर्पण
अपनी अंतिम साँस तक, नहीं करते समर्पण

वीरो तरह ही जीते है, वीरो की तरह ही मरते है
अपनी पूरी जिंदगी, वतन के नाम करते है
घर बार सब त्यागकर, अकेले ही रहते है
अपने लहू से वतन का, रुद्राभिषेक करते है

अपनी हथियार उठा, जब करते है ललकार
दुश्मन थर थर कांपता है, और दिखते है लाचार
वतन पर शहीद होने को, रहते है ये आतुर
ऐसे वीर जवानो का, क्या कर लेंगे ये असुर

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